राम जन्म स्तुति भए प्रगट कृपाला हिन्दी अर्थ सहित 

राम जन्म स्तुति हिन्दी अर्थ सहित 

राम जन्म स्तुति भए प्रगट कृपाला हिन्दी अर्थ सहित  भए प्रगट कृपाला दीनदयाला, कौसल्या हितकारी।हरषित महतारी मुनि मन हारी अद्भुत रूप बिचारी॥ भावार्थ- तुलसीदास जी कहते हैं कि दीनों पर दया करने वाले, माता कौशिल्‍या के हितकारी प्रगट हुए हैं। मुनियों के मन को हरने वाले भगवान के अदभुत रूप का विचार कर माता कौशल्या हर्ष से … Read more

महा मृत्युंजय मंत्र हिंदी अर्थ सहित  

महा मृत्युंजय मंत्र

महा मृत्युंजय मंत्र हिंदी अर्थ सहित इस 52 अक्षर का महामृत्युंजय मंत्र के प्रभाव से मनुष्य का अकाल मृत्यु का भय खत्म हो जाता है। इसका का जप करने वाले को लंबी उम्र मिलती है। महामृत्युंजय मंत्र का जप करने से मांगलिक दोष, नाड़ी दोष, कालसर्प दोष, भूत-प्रेत दोष, रोग, दुःस्वप्न, गर्भनाश, संतानबाधा कई दोषों … Read more

माँ लक्ष्मी मंत्र हिंदी अर्थ सहित

माँ लक्ष्मी मंत्र हिंदी अर्थ सहित

माँ लक्ष्मी मंत्र हिंदी अर्थ सहित ॐ महालक्ष्म्यै नमो नमःॐ विष्णुप्रियायै नमो नमःॐ धनप्रदायै नमो नमःॐ विश्वजनन्यै नमो नमः अनुवाद हे महालक्ष्मी! आपको बार-बार प्रणाम है। विष्णु की प्रिय,आपको बार-बार प्रणाम है।धन देने वाली, आपको बार-बार प्रणाम है। विश्व की जननी, आपको बार-बार प्रणाम है। ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं … Read more

श्री रुद्राष्टकम् स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित

श्री रुद्राष्टकम् स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित

श्री रुद्राष्टकम् स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित नमामीशमीशान निर्वाणरूपं विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम् । निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं चिदाकाशमाकाशवासं भजेऽहम् ॥ १॥ हिंदी अनुवाद   हे ईशान (शम्भु)! मैं आपको प्रणाम करता हूँ, जो मुक्तिस्वरूप, सर्वशक्तिमान, सर्वव्यापक, ब्रह्मस्वरूप और वेदों के सार स्वरूप हैं। आप अपने निज स्वरूप में स्थित, निर्गुण, निर्विकल्प, और निरीह हैं। आप अनन्त ज्ञानमय … Read more

शिव तांडव स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित

शिव तांडव स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित

शिव तांडव स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित जटाटवीगलज्जलप्रवाहपावितस्थले गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्गतुङ्गमालिकाम् । डमड्डमड्डमड्डमन्निनादवड्डमर्वयं चकार चण्डताण्डवं तनोतु नः शिवः शिवम् ॥१॥ हिंदी अनुवाद  उनके जटाओं से बहने वाला पवित्र गंगा जल उनके कंठ को शुद्ध करता है, उनके गले में सर्प हार के रूप में लटका हुआ है, डमरू से डमट् डमट् की दिव्य ध्वनि गूंज रही … Read more

महिषासुरमर्दिनि स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित

महिषासुरमर्दिनि स्तोत्र हिंदी अर्थ

महिषासुरमर्दिनि स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि विश्वविनोदिनि नन्दिनुते गिरिवरविन्ध्यशिरोऽधिनिवासिनि विष्णुविलासिनि जिष्णुनुते ।॥ भगवति हे शितिकण्ठकुटुम्बिनि भूरिकुटुम्बिनि भूरिकृते जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ १ ॥ हिंदी अनुवाद  हे पर्वतराज हिमालय की परम पावन कन्या! जो पृथ्वी को आनंदमय करती हैं, संपूर्ण संसार को अपनी ममता से हर्षित रखती हैं। जिनकी महिमा को … Read more