नवरात्रि की नवमी कब है?

नवमी

नवरात्रि की नवमी कब है? नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा का विधान है। लेकिन इस बार पंचमी तिथि का क्षय होने के कारण नवरात्रि 8 दिन के हैं। नवरात्रि 9 की बजाय 8 दिनों के होने के कारण लोगों के बीच अष्टमी व नवमी तिथि को असमंजस की स्थिति … Read more

 नवरात्रि के नौवें दिन सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना

मां सिद्धिदात्री

नवरात्रि के नौवें दिन सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना चैत्र नवरात्र हिंदू धर्म का एक विशेष पर्व है। यह त्योहार देवी दुर्गा को समर्पित है। इस दौरान साधक माता रानी के नौ रूपों की पूजा अलग-अलग दिन करते हैं और कठिन व्रत रखते हैं। नवरात्रि के नौवें दिन मां दुर्गा के सिद्धिदात्री स्वरूप की पूजा-अर्चना की जाती … Read more

तीसरे दिन माँ दुर्गा के स्वरुप चंद्रघंटा देवी की पूजा

चंद्रघंटा देवी

तीसरे दिन माँ दुर्गा के स्वरुप चंद्रघंटा देवी की पूजा चैत्र नवरात्रि के तीसरे दिन माँ दुर्गा के तीसरे स्वरुप चंद्रघंटा देवी की पूजा की जाती है| भागवत पुराण के अनुसार, मां दुर्गा का यह रूप परम शांतिदायक और कल्याणकारी है। माँ के इस रूप की करने से मन को अलौकिक शांति प्राप्त होती है … Read more

चलो बुलावा आया है, माता वैष्णों ने बुलाया है!

माता वैष्णों

चलो बुलावा आया है, माता वैष्णों ने बुलाया है! हिन्दू धर्म में माता वैष्णों देवी को माँ आदिशक्ति दुर्गा का स्वरूप माना गया है। इन्हें वैष्णवी, त्रिकुटा, माता शेरोंवाली, माता पहाड़ों वाली आदि प्रमुख नामों से जाना जाता है। वैष्णों देवी धाम ( कटरा ) हिन्दुओं के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक है। यह मंदिर … Read more

श्री कृष्ण जन्म स्तुति

श्री कृष्ण जन्म स्तुति

श्री कृष्ण जन्म स्तुति श्री कृष्ण जन्म स्तुति भये प्रगट गोपाला दीनदयाला यशुमति के हितकारी। हर्षित महतारी सुर मुनि हारी मोहन मदन मुरारी ॥ कंसासुर जाना मन अनुमाना पूतना वेगी पठाई। तेहि हर्षित धाई मन मुस्काई गयी जहाँ यदुराई॥ तब जाय उठायो हृदय लगायो पयोधर मुख मे दीन्हा। तब कृष्ण कन्हाई मन मुस्काई प्राण तासु … Read more

श्री दुर्गा चालीसा

दुर्गा चालीसा

श्री दुर्गा चालीसा नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो अंबे दुख हरनी।। निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिंहु लोक फैली उजियारी।। शशि ललाट मुख महाविशाला। नेत्र लाल भृकुटी विकराला।। रूप मातु को अधिक सुहावे। दरश करत जन अति सुख पावे।। तुम संसार शक्ति लय कीना। पालन हेतु अन्न धन दीना।। अन्नपूर्णा हुई जगपाला। तुम ही … Read more