भारत के कुछ अजीबों - गरीब मंदिर!
भारत संस्कृति और परंपराओं का देश है। यहाँ अध्यत्मिकता की बयार हर तरफ देखने को मिलती है। भारत में हर शहर, हर गली, हर चौराहे पर आपको कोई न कोई मंदिर जरूर देखने को मिल जाएगा, जो हमारी आध्यात्मिक विश्वास और भक्ति को प्रदर्शित करती है। इस देश में कुछ मंदिर ऐसे भी हैं जो अपनी विचित्रता और रहस्यमयी परंपराओं के लिए जाने जाते हैं। कुछ मंदिर अपनी भव्यता के लिए प्रसिद्ध हैं, तो कुछ अपनी रहस्यमयी परंपराओं के कारण। भारत में ऐसे कई मंदिर हैं, जिनकी मान्यताएं आपको चौंका सकती हैं। इन मंदिरों में पूजा की विधियां और रीति-रिवाज आम मंदिरों से बिल्कुल अलग हैं।
कुछ मंदिरों में भगवान को चप्पल चढ़ाई जाती है, तो कहीं चमत्कारी मूर्तियों की पूजा होती है। कहीं-कहीं भक्त अपनी मन्नत पूरी करने के लिए अजीब रस्में निभाते हैं। इन मंदिरों की कहानियां रहस्य और आस्था से भरी हुई हैं। लोग दूर-दूर से यहां अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं और मानते हैं कि उनकी हर इच्छा पूरी होती है। इन मंदिरों की परंपराएं सदियों से चली आ रही हैं, जो आज भी लोगों की आस्था को मजबूत करती हैं। भारत के ये अजीबों-गरीब मंदिर न सिर्फ धार्मिक बल्कि पर्यटन के लिहाज से भी काफी आकर्षक हैं। आइए, जानते हैं भारत के कुछ ऐसे रहस्यमयी और अनोखे मंदिरों के बारे में, जिनकी मान्यताएं आपको आश्चर्य में डाल देंगी।
व्हिस्की देवी मंदिर, उज्जैन
एक ऐसा मंदिर जहाँ देवताओं को प्रसाद के रूप में शराब चढ़ाया जाता है। हाँ, यह कोई मजाक नहीं है! उज्जैन के काल भैरव मंदिर में भैरव देवता को शराब अर्पित की जाती है। इस मंदिर के आसपास हर तरफ शराब की दुकानें हैं। भक्त मंदिर में शराब लेकर जाते हैं, और सबसे रहस्यमयी बात यह है कि मूर्ति पर चढ़ाई गई शराब गायब हो जाती है, जैसे कि मूर्ति उसे सोख लेती हो। इसे देखकर हर कोई आश्चर्य में पड़ जाता है!
बुलेट बाबा मंदिर, जोधपुर
राजस्थान के जोधपुर में एक ऐसा मंदिर है जहाँ भगवान की मूर्ति नहीं, बल्कि 350cc रॉयल एनफील्ड बाइक की पूजा की जाती है। इस मंदिर की कहानी भी बेहद अनोखी है। बाइक के मालिक ओम बन्ना की एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। जिसके बाद पुलिस ने बाइक को जब्त करके थाने में रख दिया, लेकिन यह बाइक रहस्यमय तरीके से पुलिस स्टेशन से गायब होकर दुर्घटना स्थल पर वापस आ जाती थी। यह चमत्कार कई बार होने के कारण घटना स्थल पर बाइक रख दी गयी और तब से यह बाइक “बुलेट बाबा” के रूप में पूजी जाने लगी।
भारत माता मंदिर, वाराणसी
उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में एक बेहद ही खास मंदिर देखने को मिलता है जोकि भारत माता को समर्पित है। सन 1936 में महात्मा गांधी द्वारा उद्घाटित यह मंदिर भारत माता को समर्पित है। इस मंदिर में किसी देवी देवता की मूर्त्ति नहीं बल्कि, संगमरमर से उकेरा गया भारत का नक्शा है। यह मंदिर भारत की स्वतंत्रता और उसके वीर स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है, और देशभक्ति की भावना को जाग्रत करता है।
वीज़ा मंदिर, हैदराबाद
यदि आपको वीज़ा मंज़ूरी मिलने में समस्या हो रही है? तो फिर आपको चिलकुर बालाजी मंदिर की यात्रा जरूर करनी चाहिए ! माना जाता है कि इस मंदिर में प्रार्थना करने से वीज़ा बनने में हो रही समस्याएँ समाप्त हो जाती है। यहाँ आने वाले भक्त खासकर वीज़ा पाने की उम्मीद के साथ आते हैं, और बहुत से लोग इस मंदिर की कृपा से विदेश यात्रा कर पाने का दावा करते हैं।
करणी माता मंदिर, देशनोक
करणी माता मंदिर में 20,000 से ज्यादा चूहे रहते हैं, जिन्हें करणी माता का पुनर्जन्म माना जाता है। भक्त इन चूहों को दूध और प्रसाद चढ़ाते हैं, और यह माना जाता है कि इन चूहों का दिखना शुभ होता है। यहाँ के चूहों को भक्तजन “काबा” के नाम से पुकारते हैं। स्थानीय मान्यता के अनुसार करणी माता मंदिर में दर्शन करने से भक्तों के समस्त दुःख दूर होते है।
चीनी काली मंदिर, कोलकाता
भारतीय संस्कृति में विविधता का सुंदर उदाहरण, यह मंदिर एक चीनी पुजारी द्वारा संचालित होता है। यहाँ देवी काली की पूजा की जाती है, लेकिन प्रसाद के रूप में भक्तों को नूडल्स, फ्राइड राइस और मंचूरियन जैसे चीनी व्यंजन मिलते हैं। यह मंदिर भारत की सांस्कृतिक एकता और धार्मिक सौहार्द्र का प्रतीक है।