शास्त्रों के अनुसार, यदि देवी देवताओं की पूजा - आराधना पूरे विधि-विधान से की जाए तो इसका फल भक्तों को अति शीघ्र प्राप्त होता है।
देवी देवताओं की आरती को प्रत्येक पूजा प्रद्धति का अंतिम चरण माना गया है, आरती किये बिना पूजा - अनुष्ठान निष्फल रहते है।
लेकिन क्या आपको पता है आरती करते समय हमें किन - किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
आरती में बत्तियों को हमेशा विषम (1, 5, 7) संख्या में रखे, ऐसा करना शुभ माना गया है।
भगवान को धूप या आरती दिखाते समय अपने हाथों को दक्षिणावर्त (घड़ी की दिशा में) घुमाएँ।
आरती हमेशा एक स्थान पर स्थिर होकर ही करें, इससे आपका मन एकाग्र बना रहता है।
पूजा के दौरान अपने सिर को भगवान की ओर हल्का सा झुकाकर रखें।