3
आचार्य चाणक्य द्वारा रचित नीति शास्त्र में कुछ ऐसे कार्यो का वर्णन किया गया है जिसे करने के बाद इंसान को तुरंत स्नान कर लेना चाहिए।
तुरंत स्नान न करने पर व्यक्ति को अपने शरीर में कई प्रकार की परेशानिओं का सामना करना पड़ सकता है।
आचार्य चाणक्य के अनुसार इंसान को तेल मालिश करवाने के तुरंत बाद नहा लेना चाहिए।
मालिश से शरीर की त्वचा चिपचिपी हो जाती है। जिससे उस पर बैक्टेरिया और धूलकण चिपक सकते है।
नीति शास्त्र के अनुसार व्यक्ति को बाल कटवाने के तुरंत बाद नहा लेना चाहिए।
इससे शरीर पर चिपके बाल शरीर से अलग हो जाते है। यदि कोई ऐसा नहीं करता है तो वह चिपके हुए बल से परेशान रहता है।
इसके अलावा आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को श्मशान से वापस आने के बाद भी तुरंत स्नान कर लेना चाहिए।
जिससे श्मशान के अशुद्ध वातावरण से शरीर पर आये बैक्टेरिया अलग हो जाये।