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अगर आप भगवान गजानन महाराज के भक्त हैं, तो आप जानते ही होंगे कि उनकी आरती गाए बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। गजानन महाराज की आरती सिर्फ भक्ति नहीं, बल्कि मन को शांति देने वाली एक दिव्य ऊर्जा भी है। इस लेख में हम आपको गजानन महाराज की आरती के पूरे हिंदी बोल, महत्व, और पूजा विधि के बारे में विस्तार से बताएंगे।

श्री गजानन महाराज कौन थे?
श्री गजानन महाराज महाराष्ट्र के प्रसिद्ध संतों में से एक माने जाते हैं। कहा जाता है कि वे 1878 में शेगांव में प्रकट हुए थे। उनके चमत्कारों और सरल जीवन ने उन्हें भक्तों के बीच अत्यंत आदरणीय बना दिया।
Gajanan Maharaj Aarti Lyrics in Hindi पूर्ण आरती (श्री गजानन महाराज आरती)
॥ श्री गजानन महाराज आरती ॥
श्री गजानन महाराज, जय जय गजानन
पावन रूप तव दर्शन, करे जन मन।
जय देव जय देव, गजानन राजा
जय देव जय देव, पावन रूप साजा॥
भक्त जनों पर दया करो, दूर करो संताप
अपने चरणों की शरण दो, भगवन् रखो आप।
जय देव जय देव, गजानन राजा
जय देव जय देव, पावन रूप साजा॥
संकट मोचन मंगल दाता, भक्तों के रखवाला
अनंत रूप अनंत लीला, दीनों का सहाला।
जय देव जय देव, गजानन राजा
जय देव जय देव, पावन रूप साजा॥
(नोट: यह आरती विभिन्न क्षेत्रों में थोड़े-बहुत अंतर के साथ गाई जाती है।)
गजानन महाराज मंत्र
विस्तृत मंत्र
“गजाननं भूतगणादि सेवितं
कपित्थ जम्बू फलचारु भक्षणम्।
उमा-सुतं शोक विनाशकारकं
नमामि विघ्नेश्वर पादपङ्कजम्॥”
सरल मंत्र
“ॐ श्री गजाननाय नमः”
गजानन महाराज की आरती सिर्फ शब्दों का समूह नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक अनुभव है। इसे गाने से मन में शांति, घर में सकारात्मकता और जीवन में खुशहाल ऊर्जा का संचार होता है। यदि आप भक्ति में डूबना चाहते हैं, तो रोज़ाना गजानन महाराज की आरती का पाठ अवश्य करें। यह आपकी दिनचर्या में एक नई रोशनी लेकर आएगी।