रामचन्द्र जी की आरती

रामचन्द्रजी की आरती

श्री राम चंद्र जी की आरती श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भव भय दारुणम्।नवकंज लोचन कंज मुखकर, कंज पद कन्जारुणम्।।.कंदर्प अगणित अमित छवी नव नील नीरज सुन्दरम्।पट्पीत मानहु तडित रूचि शुचि नौमी जनक सुतावरम्।।.भजु दीन बंधु दिनेश दानव दैत्य वंश निकंदनम्।रघुनंद आनंद कंद कौशल चंद दशरथ नन्दनम्।।.सिर मुकुट कुण्डल तिलक चारु उदारू अंग विभूषणं।आजानु … Read more

श्री हनुमंत जी की स्तुति

श्री हनुमंत स्तुति

श्री हनुमंत स्तुति मनोजवं मारुत तुल्यवेगं,जितेन्द्रियं, बुद्धिमतां वरिष्ठम् ॥वातात्मजं वानरयुथ मुख्यं,श्रीरामदुतं शरणम प्रपद्धे ॥  ॥ श्री हनुमंत आरती ॥आरती कीजै हनुमान लला की ।दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥  जाके बल से गिरवर काँपे ।रोग-दोष जाके निकट न झाँके ॥अंजनि पुत्र महा बलदाई ।संतन के प्रभु सदा सहाई ॥आरती कीजै हनुमान लला की ॥  दे … Read more

श्री शनिदेव जी की आरती

श्री शनिदेव आरती

श्री शनिदेव आरती जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी ।सूरज के पुत्र प्रभु छाया महतारी ॥ ॥ जय जय श्री शनिदेव..॥  श्याम अंक वक्र दृष्ट चतुर्भुजा धारी ।नीलाम्बर धार नाथ गज की असवारी ॥ ॥ जय जय श्री शनिदेव..॥  क्रीट मुकुट शीश रजित दिपत है लिलारी ।मुक्तन की माला गले शोभित बलिहारी ॥ ॥ जय … Read more

शिव जी की आरती

शिव जी की

शिव जी की आरती ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा।ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव ओंकारा…॥ एकानन चतुरानन , पंचानन राजे ।हंसासन गरूड़ासन, वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव ओंकारा…॥ दो भुज चार चतुर्भुज, दसभुज अति सोहे ।त्रिगुण रूप निरखते, त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव ओंकारा…॥ अक्षमाला वनमाला, … Read more

शीतला-माता-जी-की-आरती

शीतला माता जी की आरती

आरती कुंज बिहारी की” श्री कृष्णा जी की आरती जय शीतला माता, मैया जय शीतला माता । आदि ज्योति महारानी, सब फल की दाता ॥ ॐ जय शीतला माता..॥ रतन सिंहासन शोभित, श्वेत छत्र भाता । ऋद्धि-सिद्धि चँवर ढुलावें, जगमग छवि छाता ॥ ॐ जय शीतला माता, मैया जय शीतला माता । विष्णु सेवत ठाढ़े, … Read more

श्री बृहस्पति देव की आरती

श्री बृहस्पति देव जी की आरती

श्री बृहस्पति देव आरती जय बृहस्पति देवा,ऊँ जय बृहस्पति देवा ।छिन छिन भोग लगा‌ऊँ, कदली फल मेवा ॥ ऊँ जय वृहस्पति देवा, जय वृहस्पति देवा ॥ तुम पूरण परमात्मा, तुम अन्तर्यामी ।जगतपिता जगदीश्वर, तुम सबके स्वामी ॥ऊँ जय वृहस्पति देवा, जय वृहस्पति देवा ॥ चरणामृत निज निर्मल, सब पातक हर्ता ।सकल मनोरथ दायक, कृपा करो … Read more

अम्बे माँ की आरती

अम्बे माँ की आरती

अम्बे माँ की आरती जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी । तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी ॥ॐ जय अम्बे गौरी..॥ मांग सिंदूर विराजत, टीको मृगमद को । उज्ज्वल से दोउ नैना, चंद्रवदन नीको ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर राजै । रक्तपुष्प गल माला, कंठन पर साजै ॥ ॐ जय … Read more

श्री कृष्णा जी की आरती

कुंज बिहारी आरती

आरती कुंजबिहारी की लिरिक्स हिंदी pdf आरती कुंज बिहारी की” श्री कृष्णा जी की आरती आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ||आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की || गले में बैजंतीमाला, बजावै मुरली मधुर बाला,श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला,गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही … Read more

श्री हनुमान जी की आरती

श्री हनुमान जी की आरती

श्री हनुमान जी की आरती आरती कीजै हनुमान लला की ।दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥  जाके बल से गिरवर काँपे ।रोग-दोष जाके निकट न झाँके ॥अंजनि पुत्र महा बलदाई ।संतन के प्रभु सदा सहाई ॥आरती कीजै हनुमान लला की ॥  दे वीरा रघुनाथ पठाए ।लंका जारि सिया सुधि लाये ॥लंका सो कोट समुद्र सी … Read more

माँ सरस्वती जी की आरती

माँ सरस्वती जी की आरती

ॐ जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता,सदगुण वैभवशालिनि, त्रिभुवन विख्याता ||जय जय सरस्वती माता,ॐ जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता || चंद्रवदन पदमासिनी कृति मंगलकारी,सोहे शुभ हंस सवारी, अतुल तेज धारी ||जय जय सरस्वती माता,ॐ जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता || बाएं कर में वीणा, दाएं कर माला,शीश मुकुटमणि सोहे, गल … Read more