भगवान धर्मराज जी की आरती

धर्मराज जी की,

धर्मराज जी की आरती धर्मराज कर सिद्ध काज, प्रभु मैं शरणागत हूँ तेरी । पड़ी नाव मझदार भंवर में, पार करो, न करो देरी ॥ ॥ धर्मराज कर सिद्ध काज..॥ धर्मलोक के तुम स्वामी, श्री यमराज कहलाते हो । जों जों प्राणी कर्म करत हैं, तुम सब लिखते जाते हो ॥ अंत समय में सब … Read more

भगवान कार्तिकेय जी की आरती

स्वामी कार्तिकेय की आरती

भगवान कार्तिकेय जी की आरती जय जय आरती वेणु गोपाला वेणु गोपाला वेणु लोला पाप विदुरा नवनीत चोरा जय जय आरती वेंकटरमणा वेंकटरमणा संकटहरणा सीता राम राधे श्याम जय जय आरती गौरी मनोहर गौरी मनोहर भवानी शंकर सदाशिव उमा महेश्वर जय जय आरती राज राजेश्वरि राज राजेश्वरि त्रिपुरसुन्दरि महा सरस्वती महा लक्ष्मी महा काली महा … Read more

तुलसी माता जी की आरती

श्री तुलसी जी की आरती

तुलसी माता जी की आरती जय जय तुलसी माता, मैया जय तुलसी माता । सब जग की सुख दाता, सबकी वर माता ॥ ॥ जय तुलसी माता…॥ सब योगों से ऊपर, सब रोगों से ऊपर । रज से रक्ष करके, सबकी भव त्राता ॥ ॥ जय तुलसी माता…॥ बटु पुत्री है श्यामा, सूर बल्ली है … Read more

श्री चित्रगुप्त जी की आरती

श्री चित्रगुप्त जी की आरती

श्री चित्रगुप्त जी की आरती ॐ जय चित्रगुप्त हरे, स्वामीजय चित्रगुप्त हरे । भक्तजनों के इच्छित, फलको पूर्ण करे॥ विघ्न विनाशक मंगलकर्ता, सन्तनसुखदायी । भक्तों के प्रतिपालक, त्रिभुवनयश छायी ॥ ॐ जय चित्रगुप्त हरे…॥ रूप चतुर्भुज, श्यामल मूरत, पीताम्बरराजै । मातु इरावती, दक्षिणा, वामअंग साजै ॥ ॐ जय चित्रगुप्त हरे…॥ कष्ट निवारक, दुष्ट संहारक, प्रभुअंतर्यामी … Read more

श्री बांके बिहारी जी की आरती

श्री बांके बिहारी

श्री बांके बिहारी जी की आरती श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं आरती गाऊं प्यारे तुमको रिझाऊं आरती गाऊं प्यारे तुमको रिझाऊं श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं मोर मुकुट प्यारे शीश पे सोहे मोर मुकुट प्यारे शीश पे सोहे प्यारी बंसी मेरो मन मोहे प्यारी बंसी मेरो मन मोहे हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं … Read more

श्री लक्ष्मण जी की आरती

श्री लक्ष्मण जी की आरती

श्री लक्ष्मण जी की आरती आरती लक्ष्मण बालजती की असुर संहारन प्राणपति की जगमग ज्योति अवधपुर राजे शेषाचल पै आप विराजे घंटा ताल पखावज बाजे कोटि देव मुनि आरती साजे किरीट मुकुट कर धनुष विराजे तीन लोक जाकी शोभा राजे कंचन थार कपूर सुहाई आरती करत सुमित्रा माई आरती कीजे हरी की तैसी ध्रुव प्रहलाद … Read more

श्री भैरव देव जी आरती

श्री भैरव देव जी आरती

श्री भैरव देव जी आरती जय भैरव देवा, प्रभु जय भैरव देवा । जय काली और गौर देवी कृत सेवा ॥ तुम्ही पाप उद्धारक दुःख सिन्धु तारक । भक्तो के सुख कारक भीषण वपु धारक ॥ ॥ जय भैरव देवा…॥ वाहन श्वान विराजत कर त्रिशूल धारी । महिमा अमित तुम्हारी जय जय भयहारी ॥ ॥ … Read more

श्री केदारनाथ जी की आरती

श्री केदारनाथजी की आरती

श्री केदारनाथ जी की आरती जय केदार उदार शंकर,मन भयंकर दुःख हरम | गौरी गणपति स्कन्द नन्दी,श्री केदार नमाम्यहम् | शैल सुन्दर अति हिमालय, शुभ मन्दिर सुन्दरम | निकट मन्दाकिनी सरस्वती, जय केदार नमाम्यहम | उदक कुण्ड है अधम पावन, रेतस कुण्ड मनोहरम | हंस कुण्ड समीप सुन्दर,जय केदार नमाम्यहम | अन्नपूरणा सह अर्पणा, काल … Read more

श्री सत्यनारायण जी आरती

श्री सत्यनारायण जी आरती

श्री सत्यनारायण जी की आरती जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा । सत्यनारायण स्वामी, जन पातक हरणा ॥   ॐ जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा ।   रत्‍‌न जडि़त सिंहासन, अद्भुत छवि राजै । नारद करत निराजन, घण्टा ध्वनि बाजै ॥   ॐ जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा ।   … Read more

श्री रामायण जी की आरती

श्री रामायण जी की आरती

श्री रामायण जी की आरती (आरती श्री रामायण जी की) कीरति कलित ललित सिया पी की (कीरति कलित ललित सिया पी की) आरती श्री रामायण जी की कीरति कलित ललित सिया पी की (कीरति कलित ललित सिया पी की) (आरती श्री रामायण जी की) गावईं ब्रह्मादिक मुनि नारद (गावईं ब्रह्मादिक मुनि नारद) वाल्मिक विज्ञान बिसारद … Read more