श्री बृहस्पति देव की आरती

श्री बृहस्पति देव जी की आरती

श्री बृहस्पति देव आरती जय बृहस्पति देवा,ऊँ जय बृहस्पति देवा ।छिन छिन भोग लगा‌ऊँ, कदली फल मेवा ॥ ऊँ जय वृहस्पति देवा, जय वृहस्पति देवा ॥ तुम पूरण परमात्मा, तुम अन्तर्यामी ।जगतपिता जगदीश्वर, तुम सबके स्वामी ॥ऊँ जय वृहस्पति देवा, जय वृहस्पति देवा ॥ चरणामृत निज निर्मल, सब पातक हर्ता ।सकल मनोरथ दायक, कृपा करो … Read more

अम्बे माँ की आरती

अम्बे माँ की आरती

अम्बे माँ की आरती जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी । तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी ॥ॐ जय अम्बे गौरी..॥ मांग सिंदूर विराजत, टीको मृगमद को । उज्ज्वल से दोउ नैना, चंद्रवदन नीको ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर राजै । रक्तपुष्प गल माला, कंठन पर साजै ॥ ॐ जय … Read more

श्री कृष्णा जी की आरती

कुंज बिहारी आरती

आरती कुंज बिहारी की” श्री कृष्णा जी की आरती आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ||आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की || गले में बैजंतीमाला, बजावै मुरली मधुर बाला,श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला,गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली,लतन में ठाढ़े बनमाली, भ्रमर सी … Read more

श्री हनुमान जी की आरती

श्री हनुमान जी की आरती

श्री हनुमान जी की आरती आरती कीजै हनुमान लला की ।दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥  जाके बल से गिरवर काँपे ।रोग-दोष जाके निकट न झाँके ॥अंजनि पुत्र महा बलदाई ।संतन के प्रभु सदा सहाई ॥आरती कीजै हनुमान लला की ॥  दे वीरा रघुनाथ पठाए ।लंका जारि सिया सुधि लाये ॥लंका सो कोट समुद्र सी … Read more

माँ सरस्वती जी की आरती

माँ सरस्वती जी की आरती

ॐ जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता,सदगुण वैभवशालिनि, त्रिभुवन विख्याता ||जय जय सरस्वती माता,ॐ जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता || चंद्रवदन पदमासिनी कृति मंगलकारी,सोहे शुभ हंस सवारी, अतुल तेज धारी ||जय जय सरस्वती माता,ॐ जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता || बाएं कर में वीणा, दाएं कर माला,शीश मुकुटमणि सोहे, गल … Read more

माँ दुर्गा जी की आरती

माँ दुर्गा जी की आरती

माँ दुर्गा की आरती अम्बे तू है जगदम्बे काली जय दुर्गे खप्पर वाली । तेरे ही गुण गावें भारती ।ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती । तेरे भक्त जनो पे माता भीर पड़ी है भारी ।माता भीर पड़ी है भारी ।दानव दल पर टूट पड़ो माँ करके सिंह सवारी ।माँ करके सिंह सवारी । … Read more

श्री कुबेर जी की आरती

श्री कुबेर जी की आरती

ॐ जय कुबेर स्वामी, प्रभु जय कुबेर स्वामी |हे समरथ परिपूरन, हे समरथ परिपूरन, हे अंतरयामी |ॐ जय कुबेर स्वामी, प्रभु जय कुबेर स्वामी | ॐ जय कुबेर स्वामी, प्रभु जय कुबेर स्वामी |हे समरथ परिपूरन, हे समरथ परिपूरन, हे अंतरयामी |ॐ जय कुबेर स्वामी, प्रभु जय कुबेर स्वामी | विश्रवा के लाल इदविदा के … Read more

उत्पन्ना एकादशी व्रत कथा

उत्पन्ना एकादशी व्रत कथा

उत्त्पन्ना एकादशी, जिसे ‘पद्म एकादशी’ भी कहा जाता है, हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है। इस दिन का महत्व विशेष रूप से भगवान विष्णु की पूजा के रूप में माना जाता है। कथा के अनुसार, एक बार देवताओं और असुरों के बीच एक बड़ा युद्ध हुआ, … Read more

श्री लक्ष्मी माता की आरती

श्री लक्ष्मी जी की आरती

ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता | तुमको निशदिन सेवत, हरि विष्णु धाता || ॐ जय लक्ष्मी माता || उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता | सूर्य-चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता || ॐ जय लक्ष्मी माता || दुर्गा रुप निरंजनी, सुख-सम्पत्ति दाता | जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता || ॐ जय … Read more

गणेश जी की आरती

श्री शनिदेव आरती

श्री गणेश आरती जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा एकदन्त दयावन्त चारभुजाधारी माथे पर तिलक सोहे, मूसे की सवारी पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा लड्डुअन का भोग लगे सन्त करे सेवा जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा अँधे को आँख देत … Read more